Vestoria
तुरंत असर, चले निरंतर
धान के बीपीएच (टिड्डे) धान की पैदावार के लिये एक बड़े ख़तरे का रूप ले चुके हैं, जो शुरुवाती के चरण से ही हमला बोल देते हैं और धान के विकास के हर चरण में नुकसान पहुंचाते है।
बीपीएच (टिड्डे) से होने वाले नुकसान के कारण, धान की पैदावार में भारी गिरावट आ सकती है। पैदावार में गिरावट मध्यम प्रभावित खेतों में 10% से लेकर गंभीर रूप से प्रभावित खेतों में 70% तक हो सकती है, अगर समस्या का उचित समाधान न किया जाये।
क्यों है वेस्टोरिया बेस्ट-इन-क्लास
- बी. पी. एच के प्रकोप पर नियंत्रण के क्षेत्र में एक क्रांति
- बीपीएच (टिङ्गो) से मुक्त धान की फसल के लिये निश्चित सुरक्षा
- सुझाई गयी मात्रा: 50 ग्राम / एकड़
- छिड़काव की अवधि: 5-8 बीपीएच / पौधे
- सुझाई गयी पानी की मात्रा: 150-200 लीटर / एकड़