खरपतवार इतना बड़ा खतरा क्यों हैं?
खरपतवार घातक होते हैं क्योंकि वे आपके पौधों को मिलने वाले पोषक तत्व, पानी और धूप जैसी मूल्यवान संसाधनों को हड़प लेते हैं जिससे आपकी फसल की गुणवत्ता ख़राब होती है।
खरपतवार को हटाने के सही तरीके क्या हैं?
खरपतवार को हटाना दो महत्वपूर्ण कारकों पर निर्भर होता है, जिन्हें किसानों द्वारा अक्सर अनदेखा किया जाता है, जिससे फसल को बहुत क्षति पहुंचती है और उत्पादकता में भी कमी आती है। ज्यादा उपज और मज़दूरी में खर्च में कमी के साथ सफल खरपतवार नियंत्रण के लिए निम्नलिखित उपायों को अपनाना चाहिए:
1) इस्तेमाल की सही अवधि - रिफिट प्लस के लिए रोपाई के 0 से 3 दिनों के बाद*
2) इस्तेमाल की सही विधि - रेत और खाद के साथ मिलाकर कीटनाशक का उपयोग करना सुरक्षित और सुविधाजनक होता है
अपनी फसल को खरपतवार से सुरक्षित रखने के लिए रिफिट प्लस का इस्तेमाल करें
रिफिट प्लस रोपाई किये गए धान के पौधों के लिए एक बहुत अच्छा खरपतवारनाशक है, जो फसल के लिए बहुत सुरक्षित भी होता है और फायदेमंद भी।
रिफिट प्लस खरपतवार के लिए तुरंत और सुविधाजनक उपचार विधि प्रदान करता है जो आपके खेत के हर कोने की सुरक्षा करता है, और इसके लिए इसके डी एस ए फॉर्म्युला को धन्यवाद देना चाहिए:
- यह तेजी से घुलता है (2 मिनट में)
- यह तेजी से फैलता है
- यह तेजी से असर करता है
तना छेदक या गोभ की सूंडी आपकी फसल के लिए खतरा क्यों है?
तना छेदक या गोभ की सूंडी एक खतरनाक कीड़ा इसलिए है क्योंकि यह फसल की शुरूआती अवस्था में ही उसपर हमला करता है, जिससे पूरी फसल की गुणवत्ता खराब और उपज में कमी हो जाती है। उत्पादन में 20% से 70% तक का नुकसान हो सकता है। धान के इस कीड़े की चपेट में आने की संभावना इसकी शुरूआती चरण से लेकर इसमें फूल आने के चरण तक होती है।
तना छेदक या गोभ की सूंडी को कैसे पहचानें?
तना छेदक या गोभ की सूंडी पत्तियों की ऊपरी सतह पर अपने भूरे रंग के 15-80 के अंडे देते हैं।
युवा इल्ली रेशम के धागे से पत्तियों पर से झूलती हैं और हवा के बहाव में अन्य पौधों पर जा पहुँचती हैं। बड़ी इल्लियाँ शीथ और कल्लों में छेद कर घुस जाती हैं।
तना छेदक या गोभ की सूंडी से कैसे निपटें?
इससे हुए नुक्सान को संक्रमण के लगभग एक हफ्ते बाद देखा जा सकता है लेकिन तब तक नुक्सान को नियंत्रित करने में बहुत देर हो सकती है। उसके लिए, आपको संक्रमण होने से पहले उचित कदम उठाने की आवश्यकता होती है। इसलिए जल्दी रोपाई करें क्योंकि देर से रोपाई करने से उपज पर प्रभाव पड़ता है। देर से किया गया इलाज या उपचार करने से ख़राब फसल ठीक नहीं होगी। इसे नियंत्रित करने के लिए कीटनाशक का प्रयोग करें।
वर्टाको तना छेदक या गोभ की सूंडी पर बहुत अच्छा और लंबे समय तक सुरक्षा प्रदान करता है। यह आपके पौधों के लिए एक अच्छी नींव निर्धारित करता है जिससे आपके अनाज की उपज और गुणवत्ता बेहतर होती है।...